कीड और कीटक शीर्षक
टमाटर

  • प्रतिरोधी बीज का उपयोग करें, यदि उपलब्ध हो।
  • भूमी की अच्छी तैयारी और मृदा सामू की निगरानी करें।
  • मिट्टी की नमी को बनाए रखें और जलशोधन से बचें।
  • रोगजन-मुक्त (प्रमाणित) बीज और अंकुरण का उपयोग करें।
  • खुली हवा और सूरज की रोशनी के लिए उचित अंतर रखे।
  • उर्वरक और कीटनाशक का ठीक से उपयोग करें।
  • अत्यधिक पत्ती छटाई न करे।
  • साफ उपकरण उपयोग करे।
  • कीड और रोग दूर रखने किलिये साफ सफाई रखे, और कीड- रोग ।ग्रस्त पान, फल, पौधे नष्ट करे।
  • फसल चक्रीकरन करने से कीड और रोग दूर होते है और मिट्टी की सुपीकता भी बढती है।

  • Manage Disease
    कीट जाल, या कीटनाशकों स्प्रे का उपयोग कर कीट नियंत्रण करे।
    सक्रिय घटक कारवाई समूह * माहू सफ़ेद मक्खी
    फिप्रोनील 2B
    लम्ब्डा-सायललोथ्रीन 3A
    डायनोटेफुराण 4A
    थायोमीथोक्साम 4A
    अॅबमेक्टिन 6
    क्लोरफेनापिअर 13
    कारटाप हायड्रोक्लोराइड 14
    **प्रतिकार क्षमता बढाने के लिए दुसरे कारवाई समूह उपयोग करे।
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    रासायनिक विषाक्तता
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    जीवणूजन्य रोग
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    पत्तियों का पीलापन
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    पत्तोका जामुनीपण
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    ठंडा मौसम और उच्च आर्द्रता
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    तड़कना/चीरना
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    फलअग्र की सडन
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    पर्ण गुच्छा
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    काकडीवरील विषाणूजन्य रोग
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    टमाटर मोज़ेक
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    जड़ की गुथली
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    लाल रंग के धब्बे
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    पत्ते के ऊपर गांठे
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    भुरी रोग/ पाउडरी फफुंदि
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    स्क्लेरियोतिम ब्लाइट
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    फल के ऊपर धब्बे
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    फल के ऊपर धब्बे
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    जल्दी आने वाला झुलसा
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    सड़
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    कुज
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    जीवनुजन्य धब्बे